B2B meaning in hindi | B2B Marketing kya hota hai
B2B - Business to Business, दोस्तों आज मैं आपको B2B का मीनिंग बताने वाला हूँ और आज मैं आपको B2B एवम् B2C में क्या डिफरेंस होता है ये भी बताऊँगा |
B2B meaning in hindi | B2B Marketing kya hota hai
B2B meaning in hindi- B2B and B2C |
एक छोटे से उदहारण से मैं आपको समझाता हूँ | मान लीजिए मै CocaCola का दुकान करता हूँ और आप एक रेस्टुरेंट चलाते हैं, आप अपने रेस्टुरेंट में मेरे दुकान से 1000 बोटल Coke ले जाते हैं, तो हम दोनों के बिच जो बिज़नस हुआ वो B2B कहलाता है ये हमारे बिज़नस और आपके बिज़नस के बिच एक बिज़नस हुआ है इसीलिए ये B2B बिज़नस कहलाएगा, वहीँ अगर मैंने उसी Cock के बोटल को अपने दुकान से किसी इंडिविजुअल किसी ग्राहक को बेचता हूँ तो ये B2C (Business to Consumer) कहलाएगा | ये तो मैंने एक छोटा सा उदहारण दिया है ताकि आपको अच्छे से समझ आ जाए |
दरअसल अगर दो बिज़नस के बिच कोई बिज़नस होता है तो वो B2B बिज़नस होता है और अगर बिज़नस और इंडिविजुअल ग्राहक के बिच कोई बिज़नस होता है तो वो B2C बिज़नस होता है |
B2B meaning in hindi | B2B Marketing kya hota hai
B2B meaning in hindi- B2B and B2C |
मान लीजिए कोई company है जैसे HP कंपनी जो LAPTOP सेल करती है, अगर वो LAPTOP मै अपने पर्सनल काम के लिए खरीदता हूँ तो ये मेरे और company के बिच B2C ट्रांजेकसन कहलाएगा और वही लैपटॉप अगर HP company से किसी दूसरी company ने पुर्चेजे किया तो उन दोनों के बिच B2B ट्रांजेकसन कहलाएगा |
जैसे अगर मै किसी मौल में ख़ुद के लिए कुछ कपड़े खरीदता हूँ तो वो B2C जबकि कपड़े के दुकानदार अपने बिज़नस के लिए अगर कपड़ा खरीदता है तो वो B2B कहलाएगा |
B2C बिज़नस के मूलतः कोई टर्म्स एंड कंडीशन नहीं होता जबकी B2B के बहोत सारे टर्म्स एंड कंडीशन हो सकते हैं |
B2C के अंतर्गत एक इंडिविजुअल डिसीजन होता है जब की B2B के अंतर्गत कभी भी इंडिविजुअल डिसीजन नहीं होता |
B2B meaning in hindi | B2B Marketing kya hota hai
B2C बिना प्लानिंग के हो सकता है लेकिन B2B पूर्ण निर्धारित प्लानिंग के अनुसार ही होता है - उदहारण के लिए हम मौल जाते है और वहाँ एक t-shirt पसंद आता है जो ऑफर में चल रहा होता है और मै ख़रीद लेता हूँ जबकि t-shirt खरीदने का मेरा पहले से कोई इरादा नहीं होता है अचानक पसंद आता, ऑफर देखता हूँ और ख़रीद लेता हूँ, लेकिन B2B के अंतर्गत हमेशा प्लानिंग होती है की हमें कोन से सामान कितने लेने हैं, कब लेने हैं, और लेने से क्या फ़ायदा होगा |
B2C में हम सामान खरीदते हैं और उसका पेमेंट कर देते हैं, लेकिन B2B में ऐसा नहीं होता B2B में बिज़नस को बढ़ाने के लिए अगले को पूरा कोन्वेंसे किया जाता है उसे अच्छी डील दी जाती है उसके पीछे सेल्समेन पूरा टाइम देता हैं क्युकी वो बल्क में सामान लेगा |
B2C कस्टमर की कोई गारंटी नहीं होता की वो आपका परमानेंट है उसे जहाँ अच्छा सामान मिलता वो वहाँ ले लेता है और हेंड टू हेंड पेमेंट करता है, वो आपका परमानेंट नहीं होता | जबकी B2B हमेशा परमानेंट होता है उसके साथ आपका हर टर्म्स एंड कंडीसन की डील होती है B2B में आपका पेमेंट भी हेंड टू हेंड नहीं आता जो अग्रीमेंट होता है सारा काम उसी के अकार्डिंग होता है |
B2C में डिसीजन मेकिंग आप ख़ुद होते हो जबकि B2B में कभी भी सेल्फ़ डिसीजन मेकिंग नहीं होता B2B आपको बोर्ड माटिंग की जाती है प्रपोजल रखा जाता है, रीज़न क्लियर किया जाता है, उसकी ज़रूरत बताई जाती है फिर जाकर सबके सलाह से डील फाइनल करी जाती है |
अब मै आपको C2C और B2G को एक छोटे से उदहारण से समझाने की कोशिस करूँगा
C2C - Consumer to Consumer क्या होता है, जब दो Consumer के बिच बिज़नस होता है तो वो C2C ट्रांजेकसन कहलाता है OLX और QUIKR इस बिज़नस का सबसे बड़ा उदहारण है, जैसे की अगर मुझे अपना मोबाइल बेचना है, मै OLX या QUIKR पे जाता हूँ और अपने मोबाइल का ऐड डालता हूँ, इसी प्लेटफार्म पे किसी को मोबाइल खरीदना है तो वो मेरा ऐड देखता है और मुझसे कांटेक्ट कर मोबाइल मेरे से ख़रीद लेता है, यहाँ हम दोनों ही Consumer हैं और हम दोनों के बिच जो बिज़नस हुई वो C2C कहलाएगा, NOBROKER.COM भी यही काम करता है NOBROKER.COM पे एक Consumer अपने घर को रेंट पे लगाने के लिए ऐड देता है और दूसरा Consumer रेंट पे रहने के लिए ऐड के थ्रू उस से कांटेक्ट करता है ये डील भी C2C कहलाता है |
अब आता है B2G- Business to Government ये एक ऐसा बिज़नस है जो Government के साथ करी जाती है, जैसे रेलवे, इंडियन आर्मी | गवर्नमेंट के कई सारे डिपार्टमेंट है जेसे चीजे चहिए, जैसे स्टेशनरी, फर्नीचर, कंप्यूटर, सॉफ्टवेयर या फिर ऑफिस रेंट पे लेना हो या और भी बहोत सारी चीजे हैं, तो ये बहोत बड़ा बिज़नस होता गवर्नमेंट को सप्लाई करना, ये करोड़ो अरबों का बिज़नस होता है, तो जब भी कोई बिज़नस गवर्नमेंट के साथ की जाती है तो वो B2G कहलाता है |
दोस्तों उम्मीद करता हूँ आपको आज का मेरा ये नोट अच्छा लगा होगा
Is note me maine aapko B2B-B2C-C2C-B2G samjhaya
0 Comments
If have you any doubt, Please let me know