Wrestler bana Gangster | एक रेसलर से गैंगस्टर तक का सफ़र
एक ऐसा रेसलर जिसेने रेसलिंग को नई पहचान दी, जिसने देश के युवाओं को रेसलिंग के लिए जागरूक किया, जिसे देख हमारे देश में रेसलिंग को नई ऊंचाई मिली, जो कड़ोरो युवाओं के लिए इंस्पपरेसन बना, जो देश के युवाओं की धड़कन बना, जिसकी कामयाबी के लोग कसमें खाने लगें, जिसने देश का नाम फक्र से ऊँचा किया, अपने देश का एक ऐसा लौता रेसलर जिसके नाम 2 इंडिविजुअल मैडल है | जिसे पद्म श्री, अर्जुन अवोर्ड, राजीव गाँधी खेल रत्न और ना जाने कितने अवोर्ड़ो से नवाजा गया |
Wrestler bana Gangster
जिस रेसलर ने 2003 से 2014 तक कई अवोर्ड (अवोर्ड निम्न हैं) जीते, देश का नाम रोशन किया,
- 2014 स्वर्ण, कॉमनवेल्थ गेम्स
- 2012 रजत, लंदन ओलिंपिक
- 2010 स्वर्ण, कॉमनवेल्थ गेम्स
- 2010 स्वर्ण, विश्व कुश्ती चैंपियनशिप
- 2009 स्वर्ण, जर्मन ग्रां प्री
- 2008 कांस्य, बीजिंग ओलम्पिक्स
- 2008 कांस्य, एशियन कुश्ती चैंपियनशिप
- 2007 स्वर्ण, राष्ट्रमंडल कुश्ती चैंपियनशिप
- 2005 स्वर्ण, राष्ट्रमंडल कुश्ती चैंपियनशिप
- 2003 स्वर्ण, राष्ट्रमंडल कुश्ती चैंपियनशिप
- 2003 कांस्य, एशियन कुश्ती चैंपियनशिप
Wrestler bana Gangster
आज उसी देश के कानून ने उसे भगोड़ा घोषित किया और उसे पकड़वाने वाले को 1,00,000 तक इनाम दी जाएगी|
जी हाँ आपने सही पहचाना मै सुशिल कुमार की ही बात कर रहा हूँ, सुशिल का जन्म 26 में 1983 को बपरोला विलेज नज़फगढ़ दिल्ली में हुआ, सुशिल कुमार जो शायद किसी परिचय का मोहताज नहीं है, कल तक जिसे लोग अपना आइकॉन मानते थे रातों रात उसकी छवि गैंगस्टर की बन गई, जिस तरह आपको विश्वास नहीं हो रहा पहले मुझे भी नहीं हुआ था, लेकिन ये सच है, मै भी सुशिल कुमार का बहोत बड़ा फैन रहा हूँ, लेकिन जो हुआ वो किसी सपने से कम नहीं है |
सुशिल कुमार को रेसलिंग के बाद रेलवे में जॉब मिली वो जॉब कर रहे थे, सफ़लता मिलने के बाद उनकी संगती बड़े बड़े लोगों से हो गई, कुछ गैंगस्टर के साथ भी उनका उठाना बैठना सुरु हो गया, ऐसे में गैंगस्टर के साथ मिलके लोगों का घर ख़ाली करवाना, विवादित घरों पे कब्ज़ा करना उनका काम हो गया था, दो गुटों के बिच सुलह कराने में गैंगस्टर का इन्हों साथ देना सुरु कर दिया |
ये कहानी है 4 मई देर रात की, एक 23 साल का जूनियर रेसलर सागर धनकर की जिसके पिता दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल हैं, जो सुशिल को अपना रोल मॉडल मानता था, जिसने सुशिल को अपना गुरु माना और सुशिल के जैसा बनाना चाहता था, सुशिल को देख देख के जिसने रसलिंग की सुरुवात की, सागर अपने कुछ दोस्तों के साथ एक माकन में रहता था दरअसल वो घर सुशिल के वाइफ के नाम पे होता है, सागर धनकर ने कुछ दिन पहले ही सुशिल के वाइफ का वो घर छोड़ दिया था लेकिन उसने 1 महीने से किराया दिया नहीं था, उसने किराये के लिए कुछ वक़्त माँगा, इसी बिच 4 मई की रात 3,4 लड़के सागर धनकर के नए घर जाते हैं और सुशिल निचे गाड़ी में बुलाया है ये बोल कर 2 दोस्त सहित सागर धनकर को नीच लेके आते हैं, सुशिल बन्दुक की नोक पे 2 दोस्त सहित सागर को गाड़ी में बैठाता है और उन्हें छत्रसाल स्टेडियम के पार्किंग ले जाता है | छत्रसाल स्टेडियम ये वो स्टेडियम है जंहा सुशिल ने अपने समय में ट्रेनिंग ली थी, और सुशिल के कारण ये स्टेडियम वर्ल्ड फैमस हो गया, सागर भी इसी स्टेडियम में ट्रेनिंग ले रहा था, इस स्टेडियम के पार्किंग में सागर और उनके दोस्तों पे सुशिल और सुशिल के दोस्तों ने स्टिक, सरिये और अन्य हथियारों से हमला कर दिया, और इन लोगों को इतना मारा गया की सागर की मौत ट्रोमा सेंटर में हो जाती है और उनके दोनों दोस्तों को बचा लिया जाता है | सागर की मौत की ख़बर सुनते ही सुशिल फरार हो जाता है |
Wrestler bana Gangster
अब सवाल ये उठता है की सागर और सुशिल के बिच इतनी नजदीकी होने के बाबजूद केवल 1 महीने के किराये के कारण सुशिल उसका मर्डर क्यों करता है | पुलिस के छान विन में ये पता चलता है की छत्रसाल स्टेडियम में सुशिल की तूती बोलती है सुशिल के खिलाफ़ यंहा कोई कुछ बोल नहीं सकता, जो सुशिल चाहता है इस स्टेडियम में वही होता है, ऐसे में जब सुशिल का संपर्क गैंगेस्टरो से होता है और वो ग़लत काम में पड़ जाता है तो सुशिल अपना वरच्वश बढ़ाने के लिए इस स्टेडियम के जूनियर पहलवानों को अपने साथ प्रॉपर्टी हथयाने या अन्य ग़लत कामों के लिए साथ ले जाता है, जबकी सागर सुशिल को इस काम के लिए साफ़ साफ़ मना कर देता है की वो यंहा केवल अपना कैरिएर बनाने आया है और उसके अलावा वो किसी तरह के ग़लत काम में सुशिल का साथ नहीं देगा, जंहा सुशिल की तूती बोलती हैं वहाँ किसी जूनियर सुशिल की बात मानाने से इंकार कर देता है बस यंही से सुशिल का ईगो हर्ट होता है, और सुशिल को ये डर भी होता है की कंहीं सागर स्टेडियम छोड़ कहीं और ना चला जाए और सागर के जाने से 30, 40 और भी जूनियर रेसलर छोड़ के जा सकते थे बस क्या था सुशिल किराए का बहाना बना के सागर को इतना मरता है की उसकी मौत हो जाती है |
अभी सुशिल फरार है, उसने रोहिणी में अग्रिम जमानत के लिए याचिका भी डाली लेकिन याचिका ख़ारिज कर दी गई, दिल्ली पुलिस के कुछ सीनियर पे ये आरोप भी है की उन्हों सुशिल को बचाने की कोसिस करीं, धारा 302 के बदले 306 लगानी चाही और किडनेपिंग के धारा से भी बचानी चाही, लेकिन ऐसा हो ना पाया, और सुशिल को भगोड़ा घोषित कर 1,00,000 का इनाम भी रखा गया है |
किसी ने सच ही कहा है, "सफ़लता पाना बहोत मुस्किल है लेकिन उस से भी मुस्किल है उस सफ़लता को बरक़रार रखना"
जो छत्रसाल स्टेडियम कल तक सुशिल के कामयाबी के किस्से सुनाता था, आज वही स्टेडियम सुशिल के बर्बादी का भी सबूत बना |
Wrestler bana Gangster
इस मारपीट को कई जूनियर रेसलरों ने अपने मोबाइल में भी कैद किया जो विडियो अभी पुलिस के पास एक अहम् सबूत है |
अर्श से फर्श तक का सफ़र कितना छोट होता है सुशिल इसका सबसे बड़ा उदहारण है |
मैं नोट लिख तो रहा हूँ लेकिन एक सवाल मुझे बैचैन कर रखा है | जिसे नाम मिला, शोहरत मिला, पैसा मिला, जिसे जिंदगी में किसी चीज की कमी नहीं थी, जो कड़ोरो युवाओं का आइकॉन बना, जिसने जो चाहा वो पाया | तो उसने आख़िर गैंगस्टर से दोस्ती करने की भूल क्यों की ? ऐसा क्या पाना चाहता था वो ? जिस देश का नाम उसने विदेशों में ऊँचा किया आज झुका क्यों दिया ? सवाल बहोत सारें है, अफ़सोस भी बहोत है लेकिन हकीकत बस यहीं है की आज सुशिल कुमार वांटेड क्रिमनल के लिस्ट में अपना नाम दर्ज कर चूका है |
Is note me maine wrestler sushil kumar ki arash se farsh tak aane ke safar ka jikra kiya hai
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